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उत्तर पूर्वी दिल्ली में फरवरी के अंतिम सप्ताह में हुई हिंसा के बारे गुरुवार(12 मार्च) को दिल्ली पुलिस प्रवक्ता एमएस रंधावा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि प्रदेश में अभी कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। तमाम वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। रंधावा ने आगे बताया कि दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।उन्होंने बताया कि हम घटना की सभी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं। लोगों को पहचानने के लिए फेस रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा कई लोग अपने बयान दर्ज कराने के लिए भी सामने आए हैं। एसआईटी और एलओसी पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अबतक कुल 712 एफआईआर दर्ज किए जा चुके हैं, साथ ही 200 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो गई है। उन्होंने बताया कि कई ऐसे वीडियो हमारे हाथ लगे हैं जिनसे जांच में मदद मिलेगी।
कांस्टेबल रतन लाल की मौत के मामले में सात गिरफ्तार
एमएस रंधावा ने बताया कि अकबरी बेगम की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं नाले से बरामद किए गए चार शवों की हत्या के मामले में भी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं गोकुलपुरी में हिंसा के दौरान हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हेड कांस्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को गोकलपुरी में संघर्ष के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया, 'रतन लाल मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच में यह बात सामने आई कि जहां घटना हुई थी उस स्थान पर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था। उस दिन पुलिस पर हमला करने के लिए साजिश रची गई थी।'